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-अनुश्रुति सिंह
पिछले साल चर्चा में आए #Logout मूवमेंट के बाद, नेशनल रेस्टॉरेंट एसोसिएशन ऑफ इंडिया (NRAI) ने रेस्टॉरेंट्स और फूड ज्वाइंट्स की भलाई के लिए ये माना है कि रेस्टॉरेंट सेक्टर में तेज़ी से बढ़ रहे डिजिटल आकाओं को काबू में करने की जरूरत है।
रेस्टॉरेंट एसोसिएशन के मुताबिक कुछ डिजिटल प्लैटफॉर्म्स, एग्रीगेटर्स की मनमानी छूट देने और प्रीडेटरी प्राइसिंग के चलते रेस्टॉरेंट सेक्टर को काफी नुकसान हुआ है, जिसके खिलाफ पिछले साल उसने #Logout मूवमेंट चलाया था। अब एसोसिएशन चाहता है कि एक ऐसा ढांचा तैयार किया जाए जिसमें सभी का फायदा हो। कस्टमर्स का डाटा फूड एप्स या एग्रीगेटर्स के बजाय सीधा रेस्टॉरेंट मालिकों को मिले ताकि वो अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए खुद फैसले ले सकें। इस लिए एसोसिएशन ने कई टेक कंपनियों के साथ साझेदारी कर सीधे होटल मालिकों के फायदे की बात सोची है।
इसी की तहत हाल ही में, NRAI ने टाउन हॉल 2.0 नाम से आयोजन में गुड़गांव की O2O कंपनी डॉटपे (DotPe) के साथ साझेदारी का औपचारिक रूप से ऐलान किया। इस पार्टनरशिप के जरिए रेस्टॉरेंट मालिकों को एक ही जगह बी2बी ऑनलाइन ऑर्डर लेने, पेमेंट गेटवे, ओमनी चैनल्स को इस्तेमाल कर अपनी ब्रिकी बढ़ाने के साथ साथ क्लाउड किचेन्स की सुविधा मिलेगी।
लॉकडाउन हट जाने के बाद, एसोसिएशन से जुड़े करीब 5 लाख रेस्टॉरेंट डॉटपे की QR आधारित डिजिटल कॉमर्स और भुगतान सॉल्यूश्न के जरिए सीधे ग्राहकों के साथ व्हाट्सएप के माध्यम से जुड़कर अपने संचालन को सक्षम बना सकेंगे और सोशल डिस्टेंसिंग को भी फॉलो कर सकेंगे। एनआरएआई सदस्य इन सुविधाओं को प्रतिशत- आधारित (percentage based) कमीशन के बजाय कम शुल्क पर खरीद सकते हैं।
डॉटपे एक टेक्नोलॉजी स्टार्टअप है, जो ब्रिक एंड मोर्टार (brick & mortar) आउटलेट के लिए नवीनतम डिजिटल ट्रॉस्फोर्मेशन और कॉमर्स सॉल्यूशन तैयार करता है। इसका लक्ष्य फिनटेक और कस्टमर इंगेजमेंट प्रोड्क्ट्स को मिलाकर बनाए अपने प्रोडक्ट्स से
ऑफलाइन-टू-ऑनलाइन मार्केट स्पेस में क्रांति लाने का है। इसके ऑनलाइन ऑर्डरिंग और डायरेक्ट कम्यूनिकेशन प्रोडक्ट्स के जरिए देश के रेस्तरां न सिर्फ ग्राहकों को बेहतर सुविधा देंगे बल्कि COVID-19 के समय में सामाजिक दूरी बनाए रखने में मददगार साबित होंगे।
एनआरएआई + डॉटपे की ऐप से रेस्टॉरेंट में जाने वाले ग्राहक वहां काम कर रहे कर्मचारियों से खाना ऑर्डर और पेमेंट करते वक्त सामाजिक दूरी बनाये रख सकेंगे। इस ऐप के जरिये ग्राहक टेबल पर रखे क्यूआर कोड को स्कैन करेंगे, जिससे उनके फोन पर रेस्टॉरेंट का मेन्यू खुल जाएगा और वो ऑर्डर कर सकेंगे। इसी तरह पेमेंट करने की सुविधा भी मिलेगी जबकि ऑर्डर संबंधित बातचीत व्हॉट्सऐप से होगी।
इसी तरह ऐप से ही रेस्तरां अपने खुद के ओमनी-चैनल डिजिटल प्लेटफॉर्म का निर्माण कर सकते हैं और इस प्रक्रिया में ग्राहक को पूरी तरह से अपना सकते हैं। अगले कुछ महीनों में लाखों बड़े और छोटे ऑफ़लाइन व्यवसायों को ये सुविधा फायदा पहुंचाएगी हालांकि हल्दीराम, सोशल, स्मोक हाउस डेल्ही, कैफे डेल्ही हाइट्स और फैब कैफे जैसे बड़े रेस्तरां ये सुविधा अपने ग्राहकों को पहले से ही दे रहे हैं।
साझेदारी पर बात करते हुए, एनआरएआई के अध्यक्ष अनुराग कटियार ने कहा कि, “मैं डॉटपे के साथ एनआरएआई की साझेदारी की घोषणा करते हुए बेहद खुश हूं। ये साझेदारी लॉकडाउन के बाद कॉविड-19 से हुए नुकसान की भरपाई करने में कारोबारियों का सहारा बनेगी। इसके अलावा उद्योगों को ग्राहक डेटा पर बेहतर नियंत्रण और आत्मनिर्भर भी बनाएगी। मेरा मानना है कि एनआरएआई की इस पहल से F&B कारोबारियों को बड़े पैमाने पर लाभ होगा, देश भर के लाखों छोटे रेस्तरां लाभान्वित होंगे। इसके अलावा ये शुरुआत उद्योगों को फूड ऐप्स की मनमानियों से भी मुक्त करेगी”।
एनआरएआई के मुताबिक वो आने वाले दिनों में उद्योगों के लिए अपने स्तर पर कुछ और घोषणाएं भी करेगा। दूसरी तरफ डॉटपे के फाउंडर शैलज नाग ने कहा कि, “डॉटपे के साथ सहयोग करके, रेस्तरां अब सभी ऑनलाइन ऑर्डर के लिए व्हाट्सएप से सीधे ग्राहकों से बातचीत कर बिज़नेस में पारदर्शिता ला सकते हैं। इस बीच, रेस्तरां में जाकर खाने वाले ग्राहकों की सुरक्षा का भी ये ऐप खास ख्याल रखेगी। वहीं ग्राहकों को किसी भी अतिरिक्त ऐप को
डाउनलोड करने की कोई जरूरत नहीं होगी क्योंकि वे केवल एक बार क्यूआर कोड को स्कैन
करके खाना ऑर्डर कर सकते हैं।”