भारत के नंबर 1 किचन एप्लाएंसेस ब्रांड टीटीके प्रेस्टीज ने सितंबर 2020 के बाद से फिनिश्ड उत्पादों की खरीद चीन की कंपनियों से न करने की घोषणा की है। टीटीके प्रेस्टीज पिछले तीन सालों से भी अधिक समय से ‘मेक इन इंडिया’ कार्यक्रम पर काम कर रहा है। इसके तहत कंपनी अब चीन में निर्मित अपने अधिकांश फिनिश्ड उत्पादों की खरीद भारतीय विनिर्माताओं/स्रोतों से कर रही है। वर्तमान में, केवल 10 प्रतिशत फिनिश्ड उत्पादों की खरीद चीन से की जा रही है। पिछले महीने लद्दाख सीमा पर चीनी सेना के साथ हुई झड़प ने कंपनी को अपनी चीन से खरीद नीति पर सख्त कदम उठाने का निर्णय लेने पर मजबूर किया है।
प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए टीटीके प्रेस्टीज ने अब केवल इंडिया-मेड उत्पादों को उपलब्ध कराने की रणनीति बनाई है। ब्रांड अब यह सुनिश्चित करेगा कि उत्पादों को भारत से ही खरीदा जाए और जो उत्पाद भारत में उपलब्ध नहीं हैं उन्हें चीन के अलावा अन्य देशों से खरीदा जाएगा। टीटीके प्रेस्टीज का लक्ष्य अपने कुल पोर्टफोलियो में भारत के बाहर से की जाने वाली खरीद का हिस्सा 5 प्रतिशत से भी कम करने का है।
इस घोषणा पर बोलते हुए, चंद्रू कलरो, प्रबंध निदेशक, टीटीके प्रेस्टीज ने कहा, “एक ब्रांड के रूप में हमें अपनी भारतीय परंपरा और विरासत पर गर्व है। डोकलाम घटना के समय से ही, हम पिछले कुछ सालों से चीन पर इस निर्भरता को कम करते आ रहे हैं। वर्तमान गतिरोध ने चीन से फिनिश्ड उत्पादों का आयात बंद करने का निर्णय लेने के लिए हमें मजबूर किया है। हमनें सभी फिनिश्ड उत्पादों की खरीद चीन से बंद करने का फैसला लिया है और भारत में ही कम्पोनेंट ईकोसिस्टम विकसित करने के लिए हम कड़ी मेहनत कर रहे हैं।”